Manuscript Number : GISRRJ203670
शक्षा में बदलाव किस ओर
Authors(1) :-डाॅ. विनय कुमार
प्रकृति में प्रत्येक को वृद्धि के लिए छूट होती है। न तो वायु के प्रवाह में कोई भेदभाव किया जाता है और न ही धूप के पहुंचने में कोई रोक-टोक। वर्षा सभी को समान रूप से अमृत का सिंचन करती है। ठीक इसी भांति शिक्षा में बदलाव होना आवश्यक है किन्तु यह बदलाव ऐसे किया जाए ताकि सभी एक साथ बढ़ सकें, एक-दूसरे की मदद करते हुए समाज को आगे ले जा सकें और किसी प्रकार की ऊंच-नीच या भेदभाव का कोई स्थान न हो। बदलाव की दिशा सामाजिक, राजनीति से प्रेरित न होकर इसका उद्देश्य एक प्रगतिशील समाज का गठन होना चाहिए।
डाॅ. विनय कुमार
शिक्षा, सामाजिक, राजनीति, बदलाव, शिक्षक, ज्ञान, कौशल। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 6 | November-December 2020 Article Preview
प्राचार्य, त्रिवेणी काॅलेज आॅफ एजुकेशन, नवादा, बिहार, भारत।
Date of Publication : 2020-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 55-59
Manuscript Number : GISRRJ203670
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203670