भारत में विधवा, तलाकशुदा एवं अविवाहित महिलाओं की सामाजिक एवं आर्थिक प्रास्थिति

Authors(2) :-डाॅ0 स्वप्निल त्रिपाठी, मयंक शेखर तिवारी

भारतवर्ष में महिलाओं की समाज में उच्च स्थान प्रदान किया गया है नारी का प्रत्येक परिवार में एक सम्मानित स्थान है परन्तु यदि महिला विधवा या तलाकशुदा है तो उसकी प्रास्थिति चिंताजनक है इसके साथ ही साथ अविवाहित महिलाओं की प्रास्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। ऐसी महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक एवं अन्य समस्याओं का सामना प्रायः करना पड़ता है। समाज में उन्हें हेय दृष्टि से देखा जाता है तथा समाज के असामाजिक तत्व उसका शोषण करने में चूक नहीं करते हैं जो उन महिलाओं की समस्याऐं और बढ़ा देते हैं। सरकार द्वारा ऐसी महिलाओं के सामाजिक उत्थान हेतु समय-समय पर अनेकों योजनाओं को प्रारम्भ कराया जाता है परन्तु इनका शत-प्रतिशत लाभ उन्हें प्राप्त नहीं हो पाता है।

Authors and Affiliations

डाॅ0 स्वप्निल त्रिपाठी
सहायक आचार्य, विभागाध्यक्ष, विधि विभाग, नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय कोटवा जमुनीपुर, दुबावल प्रयागराज, भारत
मयंक शेखर तिवारी
क्रेट 2015 विधि विभाग नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय कोटवा जमुनीपुर, दुबावल प्रयागराज, भारत

1. महिलायें एवं आपराधिक विधि, डाॅ0 बसन्ती लाल बावेल
2. महिलाओं एवं बच्चों से सम्बन्धित कानून, डाॅ0 ममता राव
3. वूमेन एण्ड लाॅ, परीक्षित के नाइक

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 6 | November-December 2020
Date of Publication : 2020-12-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 40-41
Manuscript Number : GISRRJ20368
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डाॅ0 स्वप्निल त्रिपाठी, मयंक शेखर तिवारी, "भारत में विधवा, तलाकशुदा एवं अविवाहित महिलाओं की सामाजिक एवं आर्थिक प्रास्थिति", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 3, Issue 6, pp.40-41, November-December.2020
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ20368

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