Manuscript Number : GISRRJ20369
दत्तक पुत्र का संपत्त्याधिकार (प्राचीन से अधुनापर्यन्त)
Authors(1) :-डाॅ. सर्वेश कुमार
दत्तक को मान्यता प्रदान कर सम्पत्ति के सम्बन्ध में उसके अधिकारों का विधिवत् विवेचन किया गया है। किन परिस्थितियों में वह सम्पत्ति में बराबरी का हिस्सेदार होगा, किन परिस्थितियों में वह सम्पत्ति के विभाजन की माँग कर सकेगा आदि विषयों को युक्तिसंगत ढंग से नियमित व व्याख्यायित किया गया है। दत्तकग्रहण की संकल्पना को अब पूर्ण रूप से धर्मनिरपेक्ष बना दिया गया है।
डाॅ. सर्वेश कुमार
दत्तक पुत्र, संपत्त्याधिकार, प्राचीन, आधुनिक, धर्मनिरपेक्ष, धर्मसूत्र,याज्ञवल्क्य स्मृति, लोहित स्मृति। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 6 | November-December 2020 Article Preview
असिस्टेंट प्रोफेसर, संस्कृत विभाग, के.एन.आई.पी.एस.एस., सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2020-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 42-45
Manuscript Number : GISRRJ20369
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ20369