Manuscript Number : GISRRJ21322
स्वस्थ जीवन में योग की भूमिका
Authors(1) :-डाॅ. शाहेदा सिद्दीकी योग अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित एक आध्यात्मिक विधा है। इसका उद्देश्य मस्तिष्क और काया के बीच सामंजस्य स्थापित करना है। यह स्वस्थ जीवन की कला और विज्ञान है। योग अपने दृष्टिकोंण में संपूर्ण होने के नाते जीवन के सभी पक्षों में तालमेल लाता है। इसलिए इसे रोगों की रोकथाम, स्वास्थ्य संवर्द्धन और जीवनशैली से संबंधित विसंगतियों के प्रबंधन के लिए जाना जाता है। योग का लक्ष्य आत्मानुभूति, सभी तरह की पीड़ाओं पर विजय और मोक्ष या कैवल्य की स्थिति की प्राप्ति है। योग साधना का मुख्य लक्ष्य जीवन के सभी पक्षों में स्वतंत्रता, स्वास्थ्य और सामंजस्य है। वर्तमान में योग सेहत के लिए अपनाया जाने वाला सबसे प्रमुख उपाय है। भारत में योग को एक विस्तृत अभ्यास माना गया है जिसमें जीवन का हर पहलू शामिल है। वास्तव में यह जीने का एक संपूर्ण तरीका है।
डाॅ. शाहेदा सिद्दीकी आध्यात्मिक विधा, सामंजस्य, आत्मानुभूति, कैवल्य, एवं संवर्द्धन आदि। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 2 | March-April 2021 Article Preview
प्राध्यापक (समाजशाó), शा. ठाकुर रणमत सिंह, महाविद्यालय, रीवा म.प्र., भारत
Date of Publication : 2021-03-30
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Page(s) : 09-13
Manuscript Number : GISRRJ21322
Publisher : Technoscience Academy
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