Manuscript Number : GISRRJ213318
महिला उद्यमिता विकास में बैंकों की भूमिका : एक अध्ययन
Authors(1) :-दीपक कुमार राणा वर्तमान समय में भारत में आर्थिक व सामाजिक क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों से आर्थिक विकास का क्षेत्र बढ़ता जा रहा है | व्यापारिक और औधोगिक क्षेत्र में तीव्रगति से परिवर्तन होने लगा है जिसके कारण उद्यमिता का महत्वा भी बढ़ता जा रहा है| महिलाएं पारिवारिक , सामाजिक और शैक्षिक के साथ ही साथ आर्थिक क्षेत्र में भी कामयाब हो रही हैं| वह स्वयं घर से भी अपने कौशलों का उपयोग करके धनोपार्जन करके परिवार चला सकती हैं| महिलाएं अपने आस-पास की महिलाओं को संगठित कर नए रोजगार का सृजन कर सकती हैं| महिला उद्यमियों के समुचित प्रशिक्षण और प्रशासन द्वारा परिवारों का आर्थिक उन्नयन हो सकता है| इसलिए बैंको द्वारा महिलाओं कों आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए अनेक योजनाएँ चला जा है| महिला उद्यमियों के लिए स्त्री शक्ति योजना ,मुद्रा योजना जैसे अनेक योजनाओं के माध्यम से व्यावसायिक बैंक महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं | इस अध्ययन का उदेश्य महिला उद्यमियों के विकास में बैंकों द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं का अध्ययन करना है | देश के संतुलित एवं सतत विकास के लिए महिला उद्यमियों के विकास को बढ़ावा देना आवश्यक है| महिलाओं का आर्थिक रूप से निर्भर होना न केवल परिवार एवं समाज बल्कि अंत में देश को मज़बूत बनाता है|
दीपक कुमार राणा महिला उद्यमिता ,बैंकिंग योजनाएँ , समस्याएँ Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 3 | May-June 2021 Article Preview
सहायक प्राध्यापक ,अर्थशास्त्र ,टी.पी. कॉलेज,मधेपुरा, भारत।
Date of Publication : 2021-06-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 98-105
Manuscript Number : GISRRJ213318
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ213318