21 वीं सदी के परिप्रेक्ष्य में शिक्षक हेतु अपेक्षित दक्षताएँ

Authors(1) :-ममता

अन्त में यही कहा जा सकता है कि आज शिक्षक और विद्यार्थी दोनों अपना दायित्व व अधिकार का उचित प्रयोग करे, शिक्षा की दिशा और दशा तभी ठीक हो सकती है शिक्षक अपने आप में दक्ष है और उसका प्रयोग भी करता है परन्तु क्या ऐसा वातावरण है जो उसकी दक्षता का परिचय दे सकें। शिक्षकों का मानवीय संवर्द्धन के लिए उसको स्वतन्त्रता देनी चाहिए। व्यावसायिक संवर्द्धन की जगह मानवीय दायित्व संवर्द्धन पर बल देना चाहिए।

Authors and Affiliations

ममता
असि. प्रोफेसर, शिक्षापीठ, श्रीलालबहादुरशास्त्रीराष्ट्रियसंस्कृतविश्वविद्यालय, नवदेहली, भारत

शिक्षक, विद्यार्थि, मानवीय, शिक्षा, दक्षता ।

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Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 4 | July-August 2020
Date of Publication : 2020-07-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 79-83
Manuscript Number : GISRRJ21345
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

ममता, "21 वीं सदी के परिप्रेक्ष्य में शिक्षक हेतु अपेक्षित दक्षताएँ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 3, Issue 4, pp.79-83, July-August.2020
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ21345

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