Manuscript Number : GISRRJ21348
मन्नू भंडारी की कहानियों में अभिव्यक्त स्त्री मुक्ति के प्रश्न
Authors(1) :-डॉ. मनीषा शंखवार
मन्नू भंडारी के वे स्त्री पात्र जो स्त्री मुक्ति के प्रश्नों को प्रमुखता से उठाते हैं उनमें ‘एक इंच की मुस्कान’ की अमला, ‘आपका बंटी’ की शकुन, ‘ऊंचाई’ की शिवानी, ‘बंद दरवाजों का साथ’ की मंजरी, ‘त्रिशंकु’ की ममी, ‘यही सच है’ की दीपा, ‘रानी मां का चबूतरा’ की गुलाबी आदि हैं। वहीं दूसरी ओर ‘तीन निगाहों की एक तस्वीर’ की नैना, ‘नशा’ की आनंदी, ‘क्षय’ की कुंती, ‘सजा’ की आशा, ‘शायद’ की माला, ‘घुटन’ की मोना और प्रतिभा आदि स्त्री पात्र स्त्री मुक्ति के प्रश्नों से इतर भारतीय समाज की सामान्य महिलाओं के जैसा व्यवहार करती हैं। ये स्त्री पात्र पुरुषवादी समाज के तमाम शोषण और अत्याचार को सहती हैं। वे भारतीय समाज में ‘आदर्श स्त्री’ की छवि को प्रस्तुत करती हैं।
डॉ. मनीषा शंखवार
मन्नू भंडारी, कहानी, अभिव्यक्त, स्त्री, मुक्ति।
Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 4 | July-August 2020 Article Preview
असिस्टेंट प्रोफेसर, हिंदी विभाग, लक्ष्मीबाई कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली।
Date of Publication : 2020-07-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 95-99
Manuscript Number : GISRRJ21348
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ21348