Manuscript Number : GISRRJ214561
वेदों में कृषि विज्ञान
Authors(2) :-नज़मी गौहर, डाॅ. देवानारायण पाठक वर्तमान समय में लोगों ने कृषि को व्यापार का एक जरिया (साधन) बना रखा है। कृषि में अत्यधिक मशीनों एवं रसायनिक खाद्यों का प्रयोग किया जाने लगा है जिससे पैदावार अधिक से अधिक किया जा सके भले ही वो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही क्यों न हो परन्तु इसके विपरीत वैदिक कालीन कृषि में खाद्य के रूप में गोबर खाद्य एवं घर के गीले कचरे से खाद्य बनाकर खेती होती थी। वैदिक कालीन कृषि आधुनिक कृषि की तुलना में ज्यादा सुरक्षित एवं स्वास्थ्य के लिए हितकर थी।.
नज़मी गौहर कृषि विज्ञान, वेदों में कृषि विज्ञान, वेदों में सिचाई, पशु पालन, वेदों में बीज बोने की शिक्षा। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 5 | September-October 2021 Article Preview
शोधच्छात्रा, संस्कृत विभाग, नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज उत्तर प्रदेश
डाॅ. देवानारायण पाठक
संस्कृत विभागाध्यक्ष नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज उत्तर प्रदेश
Date of Publication : 2021-09-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 59-62
Manuscript Number : GISRRJ214561
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ214561