Manuscript Number : GISRRJ214601
युधिष्ठिरविजय महाकाव्य में वर्णित समाज के धार्मिक स्वरूप का अध्ययन
Authors(2) :-डाॅ0 संगीता अग्रवाल, विजय कुमार यादव भारत भूमि पर विश्व के लगभग सभी धर्मों के समुदाय रहते हैं। समय के साथ-साथ उनका भारतीकरण भी हुआ। सभी धर्मों के समान धार्मिक नियम आपसी प्रेम सद्भाव, भाईचारे, सुविचार, सत्कर्म पर बल दिया गया है। वर्तमान में कुछ संकीर्णवादी विचारधारा के लोग समाज में सम्प्रदायवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। हमें इसे बचाना है, क्योंकि सच्चा धर्म मानवता का है जो हमें पतन से रोकता है।
डाॅ0 संगीता अग्रवाल युधिष्ठिरविजय, महाकाव्य, समाज,धार्मिक, महाभारत,साहित्य।
Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 6 | November-December 2021 Article Preview
एसोसिएट प्रोफेसर, विभागाध्यक्षए संस्कृत विभाग, आर्य कन्या पी0जी0 कालेज हापुड़ए उत्तर प्रदेशए भारत।
विजय कुमार यादव
शोधच्छात्र, आर्य कन्या पी0जी0 कालेज हापुड़, सम्बद्ध चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालयए मेरठ, भारत।
Date of Publication : 2021-11-30
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Page(s) : 01-05
Manuscript Number : GISRRJ214601
Publisher : Technoscience Academy
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