Manuscript Number : GISRRJ23632
उपनिषदों में सत्य की अवधारणा
Authors(1) :-राघवेन्द्र पाण्डेय उपनिषद् में कहा गया है कि इन्द्रियों को अन्तर्मुखी कर ब्रह्म को पाया जा सकता है। वह सत्य और असत्य अर्थात् कारण और कार्यरूप सत्य है। उपनिषदों में उपलब्ध सत्य के स्वरूप पर विस्तृत विवेचन किया गया, जिसकी महŸाा सर्वसिद्ध है।
राघवेन्द्र पाण्डेय उपनिषद्, सत्य, असत्य, कारण, कार्यरूप, वेद, वेदान्त।
Publication Details Published in : Volume 6 | Issue 3 | May-June 2023 Article Preview
शोधच्छात्र,संस्कृत विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश।
Date of Publication : 2023-06-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 08-13
Manuscript Number : GISRRJ23632
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ23632