Manuscript Number : GISRRJ23654
मृदुला गर्ग कृत ‘कठगुलाब’उपन्यास में निहित नारी चेतना
Authors(1) :-आराधना वर्मा मृदुला गर्ग कृत कठगुलाब उपन्यास में निहित नारी-मुक्ति की चेतना का स्वरूप देखने को मिलता है। पुरूष के द्वारा नारी का शोषण तथा नारी द्वारा उस शोषण का मुकाबला कर अपने आत्मसम्मान तथा स्वयं को सिद्ध करने के लिए किये गये नारी के प्रयासों को मृदुला गर्ग द्वारा उपन्यास में रेखांकित किया गया है। नारी पात्रों के माध्यम से समकालीन नारियों को अपनी ऊर्जा का बोध कराना उनका मूल उद्देश्य रहा है।
आराधना वर्मा मृदुला गर्ग, कठगुलाब, उपन्यास, नारी-मुक्ति, चेतना, समकालीन। 2.रेखा कास्तकार, स्त्री चिन्तन की चुनौतियों, पृ0 सं0 25, राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली, 2006 Publication Details Published in : Volume 6 | Issue 5 | September-October 2023 Article Preview
असिस्टेंट प्रोफेसर –हिंदी, राजकीय महाविद्यालय बबराला-गुन्नौर (संभल)
Date of Publication : 2023-09-12
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Page(s) : 23-25
Manuscript Number : GISRRJ23654
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ23654