Manuscript Number : GISRRJ24729
आरण्यकों का प्रतिपाद्य विषय
Authors(1) :-गौतम आर्य आरण्यकों के प्रतिपाद्य विषय सम्बन्धित स्पष्टता पूरी हुई मानी जा सकती है । जिससे ज्ञात होता है कि अन्य विषयों के साथ ही प्राणविद्या व प्रतीकोपासना आरण्यकग्रन्थों का मुख्य प्रतिपाद्य रहा है । प्राण की इसी सर्वव्यापकता तथा अध्यात्मिकता का विकास आगे चलकर औपनिषदिक ब्रह्मचिन्तन
गौतम आर्य आरण्यक, सर्वव्यापकता, प्रतीकोपासना, अध्यात्मिकता, औपनिषदिक, ब्रह्मचिन्तन। Publication Details Published in : Volume 7 | Issue 2 | March-April 2024 Article Preview
शोधार्थी, शासकीय संजय गांधी स्मृति पी. जी. महाविद्यालय गंजबासौदा
Date of Publication : 2024-04-05
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Page(s) : 43-46
Manuscript Number : GISRRJ24729
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ24729